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घर में घुसते ही जीवनसाथी पर बरसाईं गोलियां

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शाहजहांपुर :- छिदकुरी में सैन्यकर्मी अरविंद ने पत्नी मंजू की गोली मारकर हत्या कर दी, इसके साथ ही नाबालिग साली को घायल कर दिया। इस वारदात के पीछे की वजह घरेलू विवाद निकलकर सामने आई है। परिजनों का यह भी कहना है कि चार साल पहले साली को दहेज में कार दिए जाने के बाद से अरविंद नाराज था। वहीं, शाम को भाई की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में ससुराल वालों से झगड़े के चलते मंजू की हत्या किए जाने की बात कही गई है।

फर्रुखाबाद जिले के थाना क्षेत्र कायमगंज निवासी रानीगौरपुर निवासी सैन्यकर्मी अरविंद सिंह की ससुराल कलान के छिदकुरी में बदन सिंह यादव के यहां हैं। उनकी बेटी मंजू यादव से करीब दस साल पहले विवाह हुआ था। मंजू कस्बे की ग्राम पंचायत सुखनैया में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थीं।

परिजनों ने दी दहेज में गाड़ी मांगने की जानकारी
अरविंद सेना में हवलदार होने के चलते अधिकतर समय ड्यूटी पर रहते थे। नौकरी व पति के बाहर रहने के चलते मंजू अधिकतर अपने मायके में रहती थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में विदा कराने को लेकर विवाद में गोलीकांड होने की बात सामने आई थी। पुलिस इसी बिंदु पर आगे बढ़ रही थी। पोस्टमॉर्टम हाउस पर आए परिजनों ने दहेज में गाड़ी मांगने की जानकारी दी। परिजनों ने बताया कि चार साल पहले मंजू की छोटी बहन की शादी हुई थी। उसे दहेज में कार दी गई थी। इसे लेकर अरविंद नाराज था। वह भी कार मांग रहा था। परिजनों के अनुसार, करीब 15 दिन पहले अरविंद की मां ने कलान में बेटे की ससुराल में गाली-गलौज करते हुए अभद्रता की थी। पुलिस ने अरविंद, उसके भाई सौरभ और मां ओमवती के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।

ससुराल में रहती थी अनबन
भाई कुलदीप के मुताबिक, मंजू की अपनी ससुराल वालों से अनबन बनी रहती थी। 20 दिन पहले झगड़ा इतना बढ़ गया कि घर में मौजूद सास ओमवती और सौरभ ने मंजू को घर से निकाल दिया था। बच्चे लेकर बहन अपने मायके आ गई थी। अरविंद रविवार शाम को ही छुट्टी पर आया था। उसे मंजू ससुराल में नहीं मिली तो वह भाई सौरभ के साथ कलान आ गया और हत्याकांड को अंजाम दे दिया। मंजू को दो गोली पेट में और एक हाथ में लगी थी। वहीं, साली के गले के पास गोली लगी है। साली का बरेली के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

कार छोड़कर भाग रहे आरोपी को हिरासत में लिया
परिजनों के अनुसार, सैन्यकर्मी अरविंद वारदात को अंजाम देने के बाद कार को छोड़कर भाग रहा था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। दूसरी ओर बताया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी खुद ही थाने में पहुंच गया था।

मां की मौत, पिता जेल जाएगा, बेसहारा हुए बच्चे
मंजू की उसके पति ने गोली मारकर हत्या कर दी। उसकी हत्या के आरोप में अरविंद जेल जाएगा। घटना के बाद उनके बच्चे बेसहारा हो गए हैं। मंजू का बेटा कृष्णा (8वर्ष), सूर्यांश(तीन वर्ष) व एक बेटी यति (5 वर्ष) है। हत्याकांड के बाद बच्चे गुमसुम हैं।

लापरवाही : खोखे कब्जे में लिए बिना लौट आई पुलिस, परेशान रहे थाना प्रभारी
घटना के बाद पुलिस ने मौका-मुआयना किया, लेकिन दरोगा ने लापरवाही करते हुए पिस्टल के खोखे कब्जे में नहीं लिए और राजकीय मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी पर आ गए। इंस्पेक्टर प्रभाष कुमार ने यहां आकर साक्ष्यों और खोखों के बारे में जानकारी ली। तब लापरवाही सामने आई। इंस्पेक्टर ने खोखे तलाश कराने को पुलिस को भेजा तो वहां कुछ नहीं मिला। तब पोस्टमॉर्टम हाउस पर आए परिजन से जानकारी ली। परिजन ने बताया कि खोखे बच्चे उठा ले गए होंगे। इस पर दरोगा ने कहा कि खोखे नहीं मिले तो पुलिस की मुश्किल बढ़ जाएगी। लापरवाही करने पर इंस्पेक्टर ने दरोगा से नाराजगी भी जताई। काफी देर तक खोखों को लेकर खींचतान मची रही। इंस्पेक्टर का कहना था कि खोखो को वहीं पर डाल दें, पुलिस बरामद कर लेगी। पुलिस ने पिस्टल भी अपने कब्जे में ले ली है।

एसपी देहात ने किया निरीक्षण
-घटना के बाद एसपी देहात मनोज यादव ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने राजकीय मेडिकल कॉलेज में मृतक के परिजन से भी जानकारी ली।

20 दिन में हुईं हत्या की घटनाएं
– एक जनवरी को निगोही के करौंदी गांव में राजू की शराब के नशे में गाली देने पर सिर पर डंडा मारकर हत्या कर दी गई थी।
-07 जनवरी को परौर के गढ़ी निवसी सुनैना की उसके पिता भूपेंद्र ने कृपाण से गला रेतकर मार डाला था। पिता ने प्रेमी से बात करने से मना किया था।
-12 जनवरी को मिर्जापुर के बेहटा जंगल में श्रीकृष्ण की उसके छोटे भाई बच्चू ने जमीन के विवाद में डंडा मारकर हत्या कर दी थी।

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