रक्षाबंधन के लिए पूरी साल बनाती हैं राखियां

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
– हाथों पर सजती राखी देखकर मिलती है खुशी, साथ ही स्वरोजगार
कायमगंज / फर्रूखाबाद :-
रक्षाबंधन का त्योहार न सिर्फ भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है बल्कि अब यह शहरी व ग्रामीण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की राह भी बन गया है। नगर के मोहल्ला पटवनगली लोहाई बाजार की रहने वाली महिलाएं विमला व प्रीतो राखियों का निर्माण कर रिश्तों की डोर को मजबूत कर रही हैं। उन्होंने बताया कि परिवार की पांच – छः महिलाएं पूरी साल राखी बनाती हैं त्योहार में अच्छा खासा मुनाफा होने की उम्मीद रखती है।
यह महिलाएं पारंपरिक और आधुनिक शैली की राखियों का निर्माण कर रही हैं। इनमें गोटा, मोती, रेशम धागा, सजावटी सामान व पर्यावरण के अनुकूल सामग्री का उपयोग हो रहा है। समूहों ने राखियों की कीमत होलसेल मार्केट में 100 रुपए की 1000 राखी होती हैं। एक दिन में 1500 राखी घर का कामकाज करने के बाद आराम से प्रतिदिन तैयार हो जाती है। इस समय दिन रात राखियां बनाई जा रही हैं। हाथों से निर्मित उनकी राखियोंं की डिमांड भी अच्छी आ रही है।
हुनर से समाज में नई पहचान बना रहीं महिलाएं
महिलाओं ने बताया कि जो राखी वह बनाती उसकी डिमांड सर्वाधिक होती है, इस राखी का अपना महत्व है। यदि हमको बाजार अच्छा मिले तो यहां एक कुटीर उद्योग का रूप दिया जा सकता है। जिससे कई महिलाओं को स्वरोजगार मिलेगा।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
