पुलिस के सामने उखरा गांव में पिटते रहे लेखपाल पुलिस रही खामोश

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– तहरीर बदलने की बात पर लेखपालों ने थाना परिसर में दिया धरना
– लेखपाल की पिटाई का थानाध्यक्ष बनाते रहे वीडियो नहीं पहुंचे बचाने
– पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद, थानाध्यक्ष बलराज भाटी मुर्दाबाद के लगे नारे
नबाबगंज / फर्रुखाबाद :- क्षेत्र के गांव उखरा में गाटा संख्या 724 ख में लगभग 100 बीघा जमीन सरकारी अभिलेखों में बंजर के नाम थी। उसी गांव में सरकार द्वारा पावर प्लांट बन रहा है उस प्लांट के लिए इसी बंजर 100 बीघा जमीन को आवंटित किया गया था। लगभग 30 बीघा जमीन पर गांव के लोगों ने अवैध कब्जा करके पक्के मकान लिए। अवैध कब्जाधारियों को उस जमीन को अधिकारियों द्वारा खाली करने के निर्देश भी दिए गए थे। लेकिन लोगों द्वारा जमीन को खाली नहीं किया गया। शनिवार उपजिलाधिकारी सदर रजनीकांत पांडेय, तहसीलदार सदर श्रद्धा पाण्डेय, नायब तहसीलदार सनी कनौजिया, कानूनगो साहब सिंह, लेखपाल रूद्र प्रताप सिंह, प्रभात अग्निहोत्री आदि ने थाना नवाबगंज, थाना शमसाबाद, थाना मोहम्मदावाद पुलिस के साथ मौके पर पहुंचकर जमीन को खाली करने को कहा। ग्रामीणों ने मकानों को खाली करने को समय मांगा। लेकिन अधिकारियों ने समय देने से साफ इंकार कर दिया। और मौके पर तुरंत जेसीबी मंगवाकर मकानों को तुड़वाना दिया। अपने मकानों पर बुलडोजर चलता देख महिलाओं ने अधिकारियों से मिन्नतें कर उनके मकानों को न गिराने की गुहार लगाती रही। लेकिन अधिकारियों एक ना सुनी जिसपर महिलाओ और अधिकारियों में नोकझोंक होने लगी। अपने घरों पर जेसीबी चलती देख महिलाओं व बच्चों ने रो रो कर अधिकारियों को कोसना शुरू कर दिया। महिलाये व बच्चे लगातार रो रो कर अधिकारियों को कोसते रहे।
जिसकी जानकारी पर सोमवार सुबह पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव, सचिन सिंह यादव, जिला पंचायत सदस्य यशवीर सिंह आर्य आदि ने गांव पहुंच कर पीड़ित परिवारों से जानकारी ली। उसी दौरान उपजिलाधिकारी रजनीकांत पांडेय, सीओ मोहम्दाबाद अरुण कुमार, व लेखपाल रुद्रप्रताप सिंह, सौरव पांडेय गांव पहुंच गए। ग्रामीणों ने राजस्व टीम द्वारा कोई नोटिस आदि ना दिए जाने का आरोप लगाया। जिसपर ग्रामीणों की लेखपालों से नोकझोक होने लगी। विवाद बड़ने पर ग्रामीणों ने लेखपालों को गालीगलौज कर मारपीट शुरू कर दी। लोगों ने लेखपाल रुद्रप्रताप सिंह व सौरव पांडेय को खेतों में दौड़ा दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया। एक तरफ लेखपाल की पिटाई होती रही उधर थानाध्यक्ष बलराज भाटी अपने फोन से सिर्फ वीडियो बनाते रह गए। लेखपालों से मारपीट होती देख पुलिस कर्मियों ने किसी तरह ग्रामीणों से लेखपाल को बचाया। और लाठियां पटक कर भीड़ को खदेड़ दिया।
लेखपाल संगठन ने दिया थाने में धरना
लेखपालों ने घटना की जानकारी संगठन के जिलाध्यक्ष अजीत द्विवेदी को दी। थाने पहुंचे जिलाध्यक्ष अजीत द्विवेदी व जिलामंत्री डाक्टर अजय कुमार अपने साथी लेखपालों के साथ थाने पहुंचे। लेखपाल रुद्रप्रताप ने पुलिस को गांव उखरा निवासी 25 नामजद व अन्य अज्ञात महिलाओं के खिलाफ जान से मरने की नियत से हमला कर मारपीट करने व राजस्व अभिलेख लूट ले जाने, सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगा कर तहरीर दी। थाना अध्यक्ष बलराज भाटी ने लेखपालों से तहरीर बदलने की बात कही। जिस पर लेखपाल उग्र हो गए। और थाना परिसर में जमीन पर धरने पर बैठ गए। लेखपालों ने आरोप लगाया कि पुलिस के सामने साथी लेखपालों को मारपीट की गई। पुलिस लेखपालों को पीटते हुए देखती रही। तहरीर देने पर पुलिस तहरीर बदलवाने का दबाव बना रही है पुलिस द्वारा ना तो कोई करवाही की गई। और ना ही किसी आरोपी को पकड़ा गया। करवाही होने व आरोपियों को ना पकड़े जाने तक धरना प्रदर्शन चलता रहेगा।
पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद, थानाध्यक्ष बलराज भाटी मुर्दाबाद* के नारे लगाए
तहसीलदार सदर श्रद्धा पांडेय ने मौके पर आ कर थाना नवाबगंज में धरने पर बैठे लेखपाल से जानकारी की।
सपा प्रतिनिधि मंडल ने ली गांव पहुंच कर ली जानकारी
थाना नवाबगंज के गांव उखरा में बंजर जमीन पर बने मकानों को गिराए जाने की जानकारी पर समाजवादी पार्टी के एटा सांसद देवेश शाक्य, जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव, पूर्व सांसद प्रत्याशी डाक्टर नवल किशोर शाक्य, डाक्टर जितेंद्र सिंह यादव, महानगर अध्यक्ष राघवदत्त मिश्रा ने गांव पहुंच कर लोगों से जानकारी ली। लोगों ने प्रशासन द्वारा बिना किसी नोटिस के मकानों को गिराने की जानकारी दी। जिस पर उन्होंने करवाही को गलत बता कर मामले की रिपोर्ट उच्च नेतृत को भेजने की बात कही।

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